शनि ग्रह

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shani

शनि ग्रह का पतला, लम्बा, कमजोर शरीर है. शनि ग्रह लँगडे़ अर्थात एक टाँग से लंगड़ाकर चलते हैं. इनकी आँखों में रूखापन है, बाल बिखरे व रूखे होने के साथ काले हैं. इनका गहरा साँवला रंग है. क्रूर व निर्दयी प्रवृ्त्ति के है़. मैले व गंदे कपडे़ पहनते हैं, इनकी आवाज रुखी है तथा कृपण व तामसिक प्रवृ्ति के है. इनकी जाति शूद्र हैं. यह कम बोलते हैं तथा सेवक प्रवृ्ति के है.

 

शनि उच्च का होने पर मेहनत कराकर फल दिलाता है, तप कराता है. शनि ग्रह की त्यागी प्रवृ्ति है तथा यह नीरस ग्रह है. किसी से ना लगाव रखते है और ना ही दुश्मनी रखते हैं.

 

अधिकतर ज्योतिषियों ने शनि के कारकत्व के संबंध में अंधविश्वास और भ्रांतियाँ फैला रखी हैं. यह बात सच है कि शनि कष्ट, बीमारी, दु:ख और वृ्द्धावस्था का प्रतीक है लेकिन हमारे प्राचीन हिन्दु ज्योतिष ग्रँथों में शनि को कहीं – कहीं शुभ भी माना गया है.

 

शनि ग्रह वृ्द्ध व्यक्ति, घर के नौकर तथा विकलांग व्यक्ति के कारक है. पुराने भवन और जीर्ण – शीर्ण घर का कारक भी यही ग्रह है. शनि लोकतंत्रवादी होने के साथ जनता के कारक ग्रह भी है. शनि चुनाव द्वारा लोकतांत्रिक निकायों में शक्ति का स्त्रोत है. यह निम्न वर्ग के लोगों का भी कारक है.

 

शनि जड़ता या आलस्य का भी कारक है. चमडा़, दासी, विकृ्त अंगों वाले, पुरानी विद्या, मंद गति आदि के कारक ग्रह हैं.