प्रदोष व्रत 2023
प्रदोष व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रखे जाते हैं. सभी प्रदोष व्रत कल्याणकारी कहे गए हैं लेकिन
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प्रदोष व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रखे जाते हैं. सभी प्रदोष व्रत कल्याणकारी कहे गए हैं लेकिन
अथ ध्यानम कस्तूरीतिलकं ललाटपटले वक्ष:स्थले कौस्तुभं नासाग्रे वरमौत्तिकं करतले वेणुं करे कंकणम । सर्वाड़्गे हरिचन्दनं सुललितं कण्ठे च मुक्तावलि
कभी – कभी सत्यनारायण व्रत का उदयकालिक तिथि से एक दिन का अन्तर पड़ जाता है जैसे कि सूर्योदय के
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हुआ था जिसे प्रतिवर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के रूप
प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है लेकिन फाल्गुन माह की कृष्ण चतुर्दशी
2021 में कुंभ महापर्व का आयोजन हो रहा है, वैसे तो गुरु कुंभ राशि में 6 अप्रैल को प्रवेश करेगें