जन्म कुंडली के अनुसार समस्याएँ और उनका मंंत्रोपचार
जन्म कुंडली में मौजूद दोषों के कारण व्यक्ति को जीवन में अनेकों बार असफलताओं का सामना करना पड़ता है. इन
Astrology, Mantra and Dharma
जन्म कुंडली में मौजूद दोषों के कारण व्यक्ति को जीवन में अनेकों बार असफलताओं का सामना करना पड़ता है. इन
जन्म कुंडली में चंद्रमा सबसे ज्यादा सौम्य ग्रह माना जाता है और कुंडली के अनुसार मन का कारक ग्रह है।
किसी भी जातक की कुंडली में हर ग्रह की अपनी भूमिका होती है, कोई अच्छे तो कोई बुरे फल देने
शनि की ढैय्या तथा साढ़ेसाती से मिलने वाले कष्टों को दूर करने के बहुत से उपाय हैं जिनमें से कुछ
भगवान गणेश – Lord Ganesha सिन्दूरवर्णं द्विभुजं गणेशं लम्बोदरं पद्मदले निविष्टम । ब्रह्मादिदेवै: परिसेव्यमानं सिद्धैर्युतं तं प्रणमामि देवम ।।
भारतीय संस्कृति में मंत्र जाप की परंपरा पुरातन काल से ही चली आ रही है. मंत्र के जाप द्वारा आत्मा,