About Me

I am a professional astrologer, numerologist and expert in handwriting analysis. I have done  a two year course in astrology from the Institute of Astrology Bhartiya Vidya Bhavan New Delhi during 2006-08. Apart from this I have done numerous certificate courses in Vastu, Numerology and Palmistry from  various institutes. I have been into giving astrological consultations since year 2008 and have also contributed various articles in the Hindi News Paper Amar Ujala and Navbharat Times.

मेरा नाम चन्द्र प्रभा है और बचपन से मुझे अलौकिक विद्याएँ आकर्षित करती रही हैं. मिडल स्कूल के दिनों में मेरे हाथों हस्तरेखा की एक पुस्तक लग गई जिसे मैने बहुत ही ध्यान से पढ़ा. जब भी प्राचीन विद्याओं से संबंधित कोई लेख मिलता तो मेरा ध्यान वहाँ चला ही जाता था और एक बार शुरु हो गया तो छूटता ही नहीं था. विवाह होने पर कुछ समय तक ये शौक खतम सा हो गया क्योंकि अन्य बहुत सी जिम्मेदारियाँ भी निभानी थी लेकिन जल्द ही मुझे अखबार में एक विज्ञापन दिखाई दिया जिसमें ज्योतिष कोर्स में दाखिले का विवरण दिया गया था. यह कोर्स श्रीगुरु के.एन.राव सर की देखरेख में कराया जाता था. मैने भी भारतीय विद्या भवन में दाखिला ले लिया ताकि जो भी सीखा है उसे सिलसिलेवार तरीके से समझ सकूँ.

 

यहाँ से जीवन का एक नया अध्याय आरंभ हुआ और जितना मै सीख सकती थी उतना ज्यादा से ज्यादा सीखने का प्रयास करा. राव सर से बहुत कुछ सीखने को मिला. इनके अतिरिक्त पाठक सर, जोशी सर तथा डडवाल सर से काफी कुछ सीखा. आज जितना भी मुझे आता है चाहे वह सागर की एक बूँद से भी कम ही क्यूँ ना है, वह सब इन्हीं गुरुओं की कृपा है.

 

साईट बनाने का एक उद्देश्य यह है कि जो लोग परेशान हैं उनका सही मार्गदर्शन कर सकूँ. ज्योतिष कोई जादू नहीं है जिससे कि व्यक्ति की काया ही पलट जाए, यह एक विद्या है जिसके द्वारा व्यक्ति का उचित मार्गदर्शन किया जाता है और अच्छे व बुरे समय की संभावना को बताया जा सकता है. इसलिए जो भी व्यक्ति यहाँ प्रश्न पूछता है वह यह ना सोचें कि कुछ बदल जाएगा क्योंकि जो कर्म आप लेकर आएँ हैं उन्हें तो भोगना ही होता है लेकिन हम दिल से जो भी मंत्र जाप या पाठ करते हैं उससे हमें एक सही राह पर जाने की रोशनी जरुर दिखाई देती है.

 

भविष्य बदलने का दावा यहाँ किसी भी प्रकार से नहीं किया जा रहा है, केवल उचित मार्गदर्शन ही किया जा सकता है और एक अच्छी सलाह देने की कोशिश सदा रहेगी.

 

इस साईट को बनाने का एक उद्देश्य यह भी है कि जो व्यक्ति ज्योतिष सीखना चाहते हैं वह यहाँ आकर लाभ उठा सकते हैं. इस साईट में सरलता से ज्योतिष को समझा जा सकता है इसलिए जो भी लेख होगें वह सिखाने के उद्देश्य से ही लिखे जाएंगे. हस्तरेखा शास्त्र हो, ज्योतिष हो, अंक शास्त्र हो या फिर हस्तलिपि विज्ञान ही क्यों ना हो, सभी विषयों के लेख इस साईट में पाठकों को मिलेगें. इन सभी क्षेत्रों से जुड़े लेखों का धीरे-धीरे विस्तार किया जाएगा.

 

धन्यवाद !

 

43 comments

  1. आपको अपनी जन्म तिथि, जन्म समय और जन्म स्थान बताना होगा तब आपकी कुंडली के आधार पर आपके प्रश्नों का उत्तर दे दिया जाएगा.

  2. Hello Sir, I want to about what remedies to follow so that my daughter can get married soon. Her birth details r: Name- Priya, DOB- 03- April-1987, Time- 05:05 am, Place of birth- Bazpur, Uttarakhand, India.
    Thank you

  3. नमस्कार !

    आपकी बेटी की कुंडली में देरी से विवाह होने के योग बने हैं. आपको परेशान ही नहीं होना चाहिए. अभी जुलाई से इनकी कुण्डली में विवाह स्थान एक्टीवेट तो गया है लेकिन आप परेशानी की हालत में जल्दबाजी में कोई निर्णय विवाह को लेकर ना लें. समय आने पर आपको वर मिल ही जाएगा. अभी योग शुरु हो ही चुके हैं. आपकी बेटी की कुंडली में विवाह स्थान को लेकर बहुत अच्छे योग नहीं हैं.लिए यदि आप कुंडली मिलान कर के विवाह करते हैं तो बेहतर होगा. साथ ही आप बिटिया को समझाएं कि विवाह के बाद बहुत सी बाते बदल जाती हैं और उसे थोड़ा कोमल बनकर रह्ना होगा क्योंकि इनका विवाह जिससे भी होगा वह व्यक्ति स्वभाव से थोड़ा तेज ही होगा लेकिन यह समझदारी से काम लेगी तो विवाह सफल ही रहेगा.

    आप कुछ समय लगातार इन्हें शिवलिंग पर जल अर्पित करने के लिए कहें और साथ ही सुबह के समय इन्हें सूर्य को जल देने को भी कहें. जल में चीनी के कुछ दाने डालकर ही सूर्य को अर्पित करें.आपकी बिटिया की कुंडली में राहु की दशा चली हुई है और राहु मन को भ्रमित रखने का काम करता है. इसलिए इसे चंदन की वस्तुओं के उपयोग के लिए कहें ताकि मन शांत रह सके. चंदन की चीजों का उपयोग इनसे जरुर करवाएँ. रात में सोने से पहले अपने पैरों को धोकर ही बिस्तर पर जाएँ. घर में जाले ना लगने दें.

  4. आपकी कुंडली में देरी से विवाह के योग बने हुए हैं अभी आप 30वें वर्ष में चल रहे हैं तो अब विवाह हो सकता है. जुलाई मध्य बाद से आपकी कुण्डली में विवाह संबंधित गोचर भी शुरु हो जाएगा और आने वाले एक वर्ष के भीतर आपका विवाह हो जाएगा. आपकी कुंडली में शनि की दशा चल रही है इसलिए आप शनि से संबंधित मंत्र जाप और शनि स्तोत्र अवश्य पढे. आपको हर तरह से लाभ होगा.

  5. मेरी लग्नेश कुण्डली में मंगल राहू और शनि केतू एक साथ बैठे हैं, सप्तम मारक स्थान में चंद्रमा है, कोई हानि हो तो उपाय सुझाए !
    नाम बिशन, 14/05/1963, 07:45 सुबह, दिल्ली.

  6. आपकी जन्म कुण्डली मिथुन लग्न की है और धनु राशि है. लग्न में राहु है और सातवें भाव में चंद्र/केतु एक साथ हैं. मंगल दूसरे भाव में आ रहा है और शनि अपनी राशि में आठवें भाव में है. अभी गुरु की महादशा चली हुई है और गुरु पंचमहापुरुष योग में से एक योग हंस योग बना रहे हैं. अभी मंगल का अंतर चला हुआ है और सितंबर मध्य से राहु की अंतरद्शा आरंभ हो जाएगी. राहु कुंडली में बुरा नही है लेकिन हो सकता है कि इस दशा में आपने जीवन में कुछ बदलाव आएँ. आपको गुरु के मंत्रों का जाप करना चाहिए. साढेसाती भी शुरु है और हो सकता है कि आप आने वाले समय में आध्यात्मिकता की ओर झुक जाएँ.

  7. विपुल, तुम्हारा पढ़ाई में ध्यान है ही नही, बस मौज मस्ती में दिन बीत जाता है. राहु की महादशा चली हुई है और राहु तुम्हारी कुंडली में पांचवें भाव में बैठा है जहाँ से तुम्हारी पढ़ाई देखेगें. अभी राहु में बुध की अन्तर्दशा भी चल पड़ी है जिससे मन और कहीं भटकता है. अफेयर तो नही चल पड़ा है तुम्हारा? अगर नहीं तो चल सकता है. उलटे कामों में ध्यान भटक सकता है. अगर सच में पढ़ना चाहते हो तो तुम्हारे अंदर अपने आप से लगन होनी चाहिए ना.

    अब एक काम करना राहु को शांत रखने का प्रयास करना . इसके लिए तुम्हें रात में सोने से पहले अपनी चादर झाड़नी होगी तब सोना और सोने से ठीक पहले पैरों को जरुर धोना. अपने कमरे का सामान बिखरने मत देना, सहेज कर रखो. घर में जाले मत लगने देना. चंदन से बनी चीजों का इस्तेमाल करना . हर शनिवार को कुछ ना कुछ दान करना. सरस्वती मंत्र का जाप अपनी किताब या कापी खोलने से पहले 11 बार करना, जब भी दिन में पहली बार किताब खोलोगे तब. जरुरी नहीं कि हर किताब खोलने पर ही मंत्र पढ़ो बस पहली बार जरुर पढ़ना.

    मंत्र है –
    सरस्वती महाभागे विद्ये कमल लोचने
    विद्यारूपी विशालाक्षि विद्यां देहि नमोsस्तुते

  8. My data of birth 10 October 1968 …time 05.00 am place sirsa haryana. ..omparkas. ..mery patni muz say alg rhti hai. .kya Bo dubara baps mery pass aai gi .or us say smzota hoga ya nhi ya talk hoga

  9. मैम मेरी जन्म तिथि है 16/09/1988 समय 00.31 रात के शहर होशियारपुर पंजाब। मैम मुझे कोई रत्न का सुझाव दे तथा सरकारी नौकरी के योग का विवरण भी दे।
    THANKS VIKAS PRASHAR

  10. सरकारी नौकरी के लिए सूर्य की स्थिति देखी जाती है और सूर्य आपकी कुंडली में राहु/केतु अक्ष पर आकर पीड़ित है, सूर्य को ग्रहण लगा हुआ है. आप रोज सुबह उगते हुए सूर्य को जल दें और जल में कुछ मीठा मिला लें. जैसे चीनी के कुछ दाने अथवा शक्कर. आप रोज आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ सुबह के समय करें. अभी आपकी कुंडली में शनि की महादशा चली हुई है इसलिए शनि का मंत्र अथवा शनि स्तोत्र आप संध्या समय में पढ़े. हर मंगलवार व शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें.

    कुंडली में शनि की दशा चली हुई है और शनि आपकी कुंडली में भाग्य भाव के स्वामी होकर कमजोर हैं क्योंकि नवाँश में यही शनि अपनी नीच राशि में चले गए जिसके कारण आपको भाग्य से जितना मिलना चाहिए था उतना मिल नहीं रहा है. आप शनि का रत्न धारण कर सकते हैं. यदि रत्न नहीं पहन सकते हैं तब आप एक लोहे का छल्ला शनिवार के दिन पूजा कर के पहन लें. अभी कल से श्राद्ध आरंभ हो जाएंगे इसलिए आप शनि का रत्न अथवा छल्ला 30 सितंबर के बाद जो भी पहला शनिवार आएगा तब पहनना.

  11. मैम, मेरी जन्म तिथी 02/11/1987 और समय 4:20 दोपहर और जन्मस्थान अमरावती, महाराष्ट। मैम मुझे कोई भी काम में सफलता नही मीलती, हर काम में परेशानी आती हैं। शादी में भी देरी हो रही हैं। प्लीज मैम, कुछ उपाय बताइये। क्या दिक्कत आ रही हैं, प्लीज बतायें।

  12. MAM , I want to know , when i will get my job and it will be govt or private ? is we will have happiness in our family , when our economy condition will be normal and another problem is my maternal uncle (mama) is doing black magic on my mother , is there is any solution to get rid from it ?
    Name – prince , d.o.b – 16 july , 1991 , time – 2 p.m (afternoon) , place – jind (haryana)
    mother – sunita , 19 feb , 1972 , timme – 4 a.m , place – jind (haryana)

  13. hello mam, I am Devinder from Punjab, There are lots of troubles and problems in my life from my birth, I am still struggling, from some past months I have no control on my mind, some times I think suicide is last medicine for me. Please if you can help me, my DOB: 01-01-1982, time is 9:00 PM, Place of BIrth is: Lehra gaga (Distt: Sangrur, Punjab)

  14. my name -sushil pattanaik
    Dob- 30/06/1978
    Time -10 am
    Place — nachuni orissa
    I have lots of problems right now
    I lose my job last july and not getting new one . can i got a new job ,when and where .
    Or can i do my own business
    Please help me
    I can not take any decision what i am doing
    Plz help me

  15. मेरा नाम नेहा है मेरी date of birth h 6april 1981। Birth time h 12 :00am place h balaghat (Madhya Pradesh)

    सिविल जज की तैयारी कर रही हूँ 2बार मेन्स लिखा है पर सफल नहीं हो पा रही हूँ। साथ ही एक लड़के को बहुत पसंद करती हूँ जानना चाहती हूं कि मेरा विवाह कब होगा और इस परीक्षा में सफल हो पाउगी या नहीं?

  16. MY NAME IS VIKAS DOB:-29/09/1991 TIME:-10:10 AM PLACE:–BUNDI RAJASTHAN
    Question:–(1)preparing for goverment job but bahut pareshani aa rahi hai…kya meri kundali me gov. job ke yog hai or gov.job kab tak lag jayegi…(2)shadi ke yog kam tak hai and married life kasi rahegi…mem please tell me my all over future……

  17. मैडम ,
    आपका ज्योतिषय परोपकार बेहतरीन है,

    कृपया मेरी समस्या भी सुलझाएँ,

    नाम – गोविन्द मिश्रा
    जन्म – 06/12/1978
    समय- 5;30 am
    स्थान – टीकमगढ़ मध्यप्रदेश

    विवरण –
    दशमेश सूर्य के भाव में शनि-राहु की युति है।
    लग्नेश मंगल द्वितीय भाव (धनभाव) में अस्त है।
    नवमेश/भाग्येश चंद्र के साथ चतुर्थ भाव में केतु की युति है।
    धनेश/पंचमेश बृहस्पति नवम भाव में कर्क में उच्च का विराजमान है,परन्तु लग्नेश मंगल की दृष्टि है।
    लग्न में सूर्य-बुध बुधादित्य योग बना रहे हैं।

    समस्या –
    सन् 2013 (दिसंबर ) से शनि महादशा प्रारम्भ हुई है।
    सन् 2016-17 में शनि महादशा में सरकारी नौकरी में 3 चयन हुए , साथ ही 2 पुलिस केस दुश्मनों ने लगा दिए। अब ज्वाइनिंग कब तक होगी?
    वर्तमान में शनि-बुध अंतर्दशा है।

    रत्न कौन सा पहनूं ?
    मोती,पुखराज,मूंगा तीनों कुछ समय बाद नुकसान करने लगते हैं। शनि का लौह छल्ला पहने हुए हूँ।

    पंडितजी से शनि और राहु के मंत्रों का पूर्ण जाप तथा दान भी करवा चुका हूँ ,
    गुरुमंत्रों , हनुमानजी ,मृत्युंजय आदि का नित् अभ्यास करता हूँ।

    कब तक पोस्टिंग होगी ?
    और मुकदमे से छुटकारा मिलेगा

  18. सभी कुछ तो आप अपने बारे में जानते ही हैं तब क्या प्रश्न? आप मुकदमें के लिए “शङ्खभृन्नदकी चक्री शार्ङ्ग्धन्वा गदाधरः ।
    रथाङ्गपाणिरक्षोभ्यः सर्वप्रहरणायुधः” इस मंत्र का प्रतिदिन 108 बार सुबह या संध्या समय में जाप करें. पोस्टिंग के लिए आप “विश्व भरन पोषन कर जोई।ताकर नाम भरत असि होई” मंत्र का 108 बार जाप करें.

  19. MY NAME IS VIKAS DOB:-29/09/1991 TIME:-10:10 AM PLACE:–BUNDI RAJASTHAN
    Question:–(1)preparing for goverment job but bahut pareshani aa rahi hai…kya meri kundali me gov. job ke yog hai or gov.job kab tak lag jayegi…(2)shadi ke yog kam tak hai and married life kasi rahegi…mem please tell me my all over future……

  20. नमस्ते सरजी,

    मेरा नाम नीलेश है ,
    मैं सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा हूँ ,।
    मैं सिलेक्ट भी हो चुका हूँ लेकिन पिछले लगभग 2 सालों से शिकायतों से पैदा हुई कानूनी बाधाओं के चलते सरकार पोस्टिंग नहीं कर रही है और मुकदमे भी चलने से मानसिक , आर्थिक परेशानी है।

    पंडितजी के कहने पर पन्ना , अमेरिकन डायमंड , शनि का छल्ला और गले में सातमुखी रुद्राक्ष धारण किया हुआ है ।

    हनुमान चालीसा , दुर्गा कवच रोज करता हूँ और ग्रहशाँति के लिए पंडितजी के कहने पर आदित्यह्रदय , शनिमंत्र ,बुधमंत्र , सूर्यमंत्र , मृत्युंजय मंत्र भी कर रहा हूँ,,

    कृपया मेरी पोस्टिंग में बाधा को दूर करने , मानसिक शाँति , आर्थिक लाभ और न्यायालय में विजय हेतु उपाय बताने की कृपा कीजिए ।

    Time – 3:15 am
    Date – 6/12/1978
    Place – tikamgarh (mp)

  21. अगस्त 2016 से आपकी जन्म कुंडली में शनि में बुध की दशा आरंभ हो गई थी। शनि जो महादशानाथ हैं वह राहु के साथ स्थित हैं और बुध जो अन्तर्दशानाथ हैं वह वक्री अवस्था में सूर्य के साथ स्थित होकर परम अस्त है अर्थात बुध और सूर्य एक ही डिग्री पर स्थित हैं जिससे आपको अपने मनानुसार फल नहीं मिल रहे हैं। बुध आपकी कुंडली में भाग्य भाव के स्वामी भी है जिससे वक्री होने से वह भाग्य में वक्रता ला रहे हैं और अस्त होने से भाग्य को कमजोर भी कर रहे हैं। दशम भाव में उच्च का गुरु वक्री अवस्था में स्थित है और उस पर से गोचर के राहु गुजर रहे हैं। अभी दशा और गोचर आपके अनुकूल नहीं हैं। आपको हर प्रकार से शनि की पूजा करनी होगी। शनि का मंत्र जाप करें, शनि का व्रत करें और हर शनिवार को आप शनि सहस्त्रनाम का पाठ करें।

    बुध के लिए बुध के पौराणिक मंत्र का जाप रोज सुबह के समय 108 बार करें।

    कोर्ट केस को जीतने के लिए आप नीचे दिए मंत्र का जाप 108 बार रोज सुबह अथवा संध्या समय में करें।

    शङ्खभृन्नन्दकी चक्री शार्ङ्गधन्वा गदाधरः।
    रथाङ्गपाणिरक्षोभ्यः सर्वप्रहरणायुधः

    अभी लगभग एक वर्ष का समय थोड़ा कष्टमय हो सकता है लेकिन आप मन से जो भी करेगें उसका फल आपको अवश्य मिलेगा।

  22. Dear Ma’am,

    I need to know about my professional & Personal life.

    I am facing many challenges from last few yrs. If possible we can meet also.

    My DOB is 23 – 12- 1982
    Time : 9:45 AM
    Place – Allahabad UP

    Please help me.

    Regards
    Amit Kumar

  23. मैंने आप द्वारा रुद्राष्टाध्यायी का हिंदी अनुवाद देखा, बहुत अच्छा लगा, आपने बड़ी मेहनत से इसे तैयार किया जिसके लिए आप बधाई के पात्र हैं, काफी समय से लगभग सभी साइट्स पर मैंने खोजा पर इसके संस्कृत के श्लोक नहीं मिल रहे हैं, जो भी मिलता है वो इमेज की पीडीऍफ़ मिलती है

    क्या आप मुझे इसके श्लोक उपलब्ध करा सकते हैं जैसे :
    रुद्राष्टाध्यायी  – प्रथमो अध्याय:
    ##श्री मन्महा गणाधिपतये नम: । श्री मृत्युंजय देव नम: । हरिही ॐ गणानांत्वा गणपति गुं हवामहे, प्रियाणांत्वा
    प्रियपति गुं हवामहे, निधीनांत्वा निधिपति गुं हवामहे वसो मम। आहम जानि गर्भधमा त्वम जासि गर्भधम् ।1।

    ## ये मैं ऑडियो के साथ मैच करके एक विडियो बनाना चाहता हूँ जिसमे शंकर भगवान की सिलेक्टेड इमेजेज भी होंगी, बनने के बाद मैं आपको भेजूंगा, आपको बहुत पसंद आएगी

    आपके उत्तर का इंतज़ार रहेगा
    गोपाल सिंघल
    मोबाइल-8287441432

  24. आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!! जी मैं बहुत दिन से कोशिश कर रही हूँ संस्कृत में लिखने की लेकिन रुद्राष्टाध्यायी में संस्कृत कुछ अलग है इसलिए अभी मुझे कुछ समय और लग सकता है क्योंकि पहले मुझे अभ्यास करना हैं उसे की कैसे टाईप करूँ!! पर जैसे ही मैं लिख लूँगी आपको अवश्य ही बताऊँगी.

  25. When i was looking for perfect proper dwadash jyotirling stotra ur page was found ,surprise to see that 12 stotra order was differ from other all stotras ,from where u have copied kindly give the details as i am 73 age since my 23 age i am travlling all corners of india , nepal,guiding people for their yatra,hope u will do the needful.thank u

  26. humare Guruji ne stotra ka ek Sangrah around 15 years pahle publish kiya tha, usme se liya hai maine. aise kai website par bhi hai ye but kam hai. aise bhi mai nahi check karti ki baki website par kya hai kuki mujhe unn par bahut jyada bharosa nahi hai, mai khud se type kar k post karti hu.

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