अथ कीलकम्
ऊँ अस्य श्रीकीलकमन्त्रस्य शिव ऋषि:, अनुष्टुप् छन्द:, श्रीमहासरस्वती देवता, श्रीजगदम्बाप्रीत्यर्थं सप्तशतीपाठांगत्वेन जपे विनियोग: । ऊँ नमश्चण्डिकायै ।। मार्कण्डेय
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ऊँ अस्य श्रीकीलकमन्त्रस्य शिव ऋषि:, अनुष्टुप् छन्द:, श्रीमहासरस्वती देवता, श्रीजगदम्बाप्रीत्यर्थं सप्तशतीपाठांगत्वेन जपे विनियोग: । ऊँ नमश्चण्डिकायै ।। मार्कण्डेय
1) ऊँ ऎं हृीं श्रीं श्रीमात्रे नम: । 2) ऊँ ऎं हृीं श्रीं श्रीमहाराज्ञ्यै नम: । 3) ऊँ ऎं हृीं
यह सूर्यग्रहण 26 दिसंबर 2019 को पौष अमावस्या में बृहस्पतिवार के दिन लगेगा. ग्रहण का आरंभ सुबह 8 बजे होगा
इस स्तोत्र में 11वें श्लोक से 13वें श्लोक तक करन्यास, हृदयन्यास, अंगन्यास बताया गया है, जिसको विस्तार से दिया गया
माना जाता है कि जो कोई व्यक्ति शनि मृत्युंजय स्तोत्र का पाठ करता है या सुन लेता है तब उसे
ऊँ सहस्त्रारे महाचक्रे कर्पूरधवले गुरुः | पातु मां बटुको देवो भैरवः सर्वकर्मसु || पूर्वस्यामसितांगो मां दिशि रक्षतु सर्वदा | संहार
ॐ महाकाल भैरवाय नम: जलद् पटलनीलं दीप्यमानोग्रकेशं, त्रिशिख डमरूहस्तं चन्द्रलेखावतंसं! विमल वृष निरुढं चित्रशार्दूलवास:, विजयमनिशमीडे विक्रमोद्दण्डचण्डम्!! सबल बल विघातं
जन्म कुंडली में किसी प्रकार का भौम दोष अथवा मंगल दोष है या मांगलिक दोष बना हुआ है तब उसकी
1. ॐ ह्रीं भैरवाय नम: 2. ॐ ह्रीं भूतनाथाय नम: 3. ॐ ह्रीं भूतात्मने नम: 4. ॐ ह्रीं भू-भावनाय नम: