शनि मृत्युंजय स्तोत्र
माना जाता है कि जो कोई व्यक्ति शनि मृत्युंजय स्तोत्र का पाठ करता है या सुन लेता है तब उसे
Astrology, Mantra and Dharma
माना जाता है कि जो कोई व्यक्ति शनि मृत्युंजय स्तोत्र का पाठ करता है या सुन लेता है तब उसे
शनि कई बार गोचरवश अथवा अपनी दशा/अन्तर्दशा में कष्ट प्रदान करते हैं, ऎसे में जातक को घबराने की बजाय शनि
शनि की पीड़ा से मुक्ति के अकसर लिए दशरथकृत शनि स्तोत्र का पाठ करने का परामर्श दिया जाता है.
शनि ग्रह का पतला, लम्बा, कमजोर शरीर है. शनि ग्रह लँगडे़ अर्थात एक टाँग से लंगड़ाकर चलते हैं. इनकी आँखों