श्री गणेश जी की आरती
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ।। जय…….. एक दंत दयावंत, चार भुजा
Astrology, Mantra and Dharma
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ।। जय…….. एक दंत दयावंत, चार भुजा
जो व्यक्ति वास्तव मे ज्योतिष के विषय की पारखी नजर रखता है वो महर्षि पराशर के नाम से अवश्य परिचित
दोहा जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥ जय जय श्री
नमो नमो दुर्गे सुख करनी । नमो नमो अंबे दुख हरनी ।। निरंकार है ज्योति तुम्हारी । तिहूं लोक फैली
ऊँकारं विन्दुसंयुक्तं नित्यं ध्यायन्ति योगिन: । कामदं मोक्षदं चैव ऊँकाराय नमो नम: ।।1।। नमन्ति ऋषयो देवा नमन्त्यप्सरसां गणा: । नरा
दोहा मातु लक्ष्मी करि कृपा, करो ह्रदय में बास । मनोकामना सिद्ध करि, पुरवहु मेरी आस ।। सोरठा यही मोर