श्रीललिताष्टोत्तरशतनामावलि: 

ऊँ ऎं हृीं श्रीं  1) ऊँ ऎँ हृीं श्रीं रजताचलश्रृंगाग्रममध्यस्थायै नमो नम: 2) ऊँ ऎँ हृीं श्रीं हिमाचलमहावंशपावनायै नमो नम:

Continue reading

error: Content is protected !!