बजरंग बाण
दोहा निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करै सनमान । तेहि कारज सकल शुभ, सिद्ध करै हनुमान ।। चौपाई जय हनुमंत
Astrology, Mantra and Dharma
दोहा निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करै सनमान । तेहि कारज सकल शुभ, सिद्ध करै हनुमान ।। चौपाई जय हनुमंत
संकट मोचन हनुमाष्टक बाल समय रवि भक्षि लियो तब, तीनहुँ लोक भयो अँधियारो । ताहि सों त्रास भयो जग को,
आधुनिक समय में अधिकतर सभी व्यक्ति किसी ना किसी परेशानी से त्रस्त रह रहे हैं. इस परेशानी को बहुत हद
वर्तमान समय प्रतिस्पर्धा का समय है. हर क्षेत्र में व्यक्ति को प्रतिस्पर्धा से निकलकर ही आगे बढ़ना होता है. चाहे