द्विपुष्कर योग 2023

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माना जाता है कि द्विपुष्कर और त्रिपुष्कर में जो भी कार्य किए जाते हैं उनका फल दोगुना व तिगुना हो जाता है. कुछ काम इन योगों में करने शुभ माने गए हैं जैसे – जमीन-जायदाद का खरीदना, सोना-चाँदी खरीदना, हीरे-जवाहरात लेना, वाहन लेना, गाय-भैंस की खरीद और नए उद्योग लगाना भी इन योगों में दुगुने तथा तिगुने फल प्रदान करता है. 

इन दोनों योगों में यदि कोई अनिष्टकारी बात अथवा हानि हो जाए तब उसका भी फल दुगुना अथवा तिगुना हो जाता है. इन अनिष्ट की शांति के लिए द्विपुष्कर योग में दो गायों के समान धन तथा त्रिपुष्कर योग की शांति के लिए तीन गायों के मूल्य समान धन का दान किया जाता है और साथ ही तिलों से बनी पीठी का भी दान किया जाता है. 

2023 में द्विपुष्कर योग 

                                 प्रारंभ काल                                                          समाप्ति काल 

तिथि समय   तिथि  समय 
14 जनवरी  18:14  14 जनवरी  19:23
23 जनवरी  03:21  23 जनवरी  सूर्योदय 
18 मार्च  24:29  19 मार्च  08:08 
28 मार्च  सूर्योदय  28 मार्च  17:32 
21 मई  09:05  21 मई  22:10 
25 जुलाई  सूर्योदय  25 जुलाई  15:09 
17 सितंबर  10:02  17 सितंबर  11:10 
26 सितंबर  09:42  27 सितंबर  01:46 
19 नवंबर  22:49  20 नवंबर  05:22 
26 नवंबर  14:06  29 नवंबर  सूर्योदय 
9 दिसंबर  सूर्योदय  9 दिसंबर  10:43 

                            Starting Time                                                           Ending Time 

Dates Time  Dates   समय (Time)
14 January  18:14  14 January 19:23
23 January  03:21  23 January Sunrise
18 March  24:29  19 March  08:08 
28 March  Sunrise  28 March  17:32 
21 May  09:05  21 May  22:10 
25 July   Sunrise 25 July  15:09 
17 September   10:02  17 September  11:10 
26 September  09:42  27 September  01:46 
19 November  22:49  20 November  05:22 
26 November  14:06  29 November  Sunrise 
9 December  Sunrise 9 December  10:43