द्विपुष्कर योग 2022

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माना जाता है कि द्विपुष्कर और त्रिपुष्कर में जो भी कार्य किए जाते हैं उनका फल दोगुना व तिगुना हो जाता है. कुछ काम इन योगों में करने शुभ माने गए हैं जैसे – जमीन-जायदाद का खरीदना, सोना-चाँदी खरीदना, हीरे-जवाहरात लेना, वाहन लेना, गाय-भैंस की खरीद और नए उद्योग लगाना भी इन योगों में दुगुने तथा तिगुने फल प्रदान करता है. 

इन दोनों योगों में यदि कोई अनिष्टकारी बात अथवा हानि हो जाए तब उसका भी फल दुगुना अथवा तिगुना हो जाता है. इन अनिष्ट की शांति के लिए द्विपुष्कर योग में दो गायों के समान धन तथा त्रिपुष्कर योग की शांति के लिए तीन गायों के मूल्य समान धन का दान किया जाता है और साथ ही तिलों से बनी पीठी का भी दान किया जाता है. 

                               प्रारंभ काल                                                               समाप्ति काल 

तिथि  समय  तिथि  समय 
21 मई  23:46 22 मई  13:00
31 मई  19:19  1 जून  सूर्योदय 
24 जुलाई  22:00 25 जुलाई  सूर्योदय 
17 सितंबर  12:21 17 सितंबर  14:15 
27 सितंबर  सूर्योदय  27 सितंबर  26:29 
20 नवंबर  24:36  21 नवंबर  सूर्योदय 
29 नवंबर  08:38 30 नवंबर  07:11

                             Starting Time                                                             Ending Time 

Dates Time  Dates   Time
21 May  23:46 22 May 13:00
31 May 19:19  1 June  Sun Rise 
24 July 22:00 25 July  Sun Rise 
17 September 12:21 17 September 14:15 
27 September  Sun Rise  27 September 26:29 
20 November  24:36  21 November  Sun Rise 
29 November  08:38 30 November   07:11