राहु की कोई जाति नहीं है. सेना में सैनिकों का दर्जा दिया गया है. यह धूम्र वर्ण के हैं, इनकी तामसिक प्रवृ्ति है, diplomatic प्रवृ्ति है. राहु सिर है, इनका स्वभाव क्रूर है. राहु ग्रह शनि ग्रह के बाद सबसे अधिक उपेक्षित ग्रह है. उत्तरकालामृत में राहु ग्रह को दादा – दादी का कारक माना गया है. नाना – नानी का भी कारक ग्रह है. राहु परिवार के बीमार तथा कष्ट में पडे़ व्यक्ति का कारक है.
राहु को बुरा अवश्य माना गया है, परन्तु आधुनिक काल में राहु संचार के लिए उपयोग में आने वाली सभी उपकरणों का कारक है. विदेशी लोग, इन्जीनियर, वास्तुकार, अन्तरिक्ष इंजीनियर, राजनीतिज्ञ, विमान परिचारिका, हवाई जहाज चालक, सभी तकनीकी और अर्धतकनीकी क्षेत्रों में राहु का अधिकार है.
राहु यात्रा, मृ्त्यु समय, सर्प, रात्रि, सट्टा, खोई वस्तु, छिपा धन का भी कारक ग्रह है. राहु परम्पराओं को तोड़ने का कार्य करता है.