बुध ग्रह

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बुध ग्रह

ज्योतिष शास्त्र में बुध को राजकुमार की पदवी प्राप्त है. मामा तथा चचेरे भाई – बहन का कारक ग्रह है. बुध वाक पटु होता है. राजसिक प्रवृ्ति है, पतला, सुन्दर शरीर है. मध्यम कद, मधुर वाणी, विनोदी आवाज है. आवाज में शोखी व चंचलता, विनोदी आवाज, ऎसे शब्दों को इस्तेमाल करना जिसमें एक से अधिक अर्थ निकले, इसकी विशेषता है. चतुरता और चपलता इसके गुण हैं. आँखों का रंग लालिमा लिए हुए है. इसके बाल काले और घुँघराले हैं. इसके कपडों का रंग हरा है. बुध ग्रह की मानसिकता अस्थिर है. इस ग्रह में प्रदर्शन की प्रवृ्ति रहती है. इस ग्रह में वात,पित्त और कफ़ तीनों प्रकृ्ति समान रुप में पाई जाती है.

 

ज्योतिष, गणित, डॉक्टर , बीमा एजेन्सी, बुद्धि, शिल्प विद्या, हास्य, नृ्त्य, गायकी, लेखन, व्यापार आदि का कारक ग्रह बुध है लेकिन यह एक नपुंसक ग्रह माना जाता है, पाप ग्रहों के साथ है तो पापी और यदि शुभ ग्रहों के साथ है तो शुभ होता है. बुध अकेला ऎसा ग्रह है जो अपनी राशि कन्या में ही उच्च का होता है. कन्या में यह 15 अंशों तक उच्च का रहता है उसके बाद यह ग्रह अपनी इसी राशि में 15 से 20 अंश तक मूल त्रिकोण राशि में माना जाता है. 15 अंश पर यह परमोच्च होता है और ठीक 180 अंश बाद मीन राशि में यह नीच का माना गया है.