आरती भगवान श्रीजानकीनाथ जी की
जय जानकिनाथा, जय श्रीरघुनाथा । दोउ कर जोरें बिनवौं प्रभु ! सुनिये बाता ।।टेक।। तुम रघुनाथ हमारे प्रान, पिता-माता ।
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जय जानकिनाथा, जय श्रीरघुनाथा । दोउ कर जोरें बिनवौं प्रभु ! सुनिये बाता ।।टेक।। तुम रघुनाथ हमारे प्रान, पिता-माता ।