कृतिका नक्षत्र का विस्तार मेष राशि में 26 अंश 40 कला से आगे वृष राशि में 10 अंश तक होता है. कृतिका नक्षत्र का स्वामी ग्रह सूर्य है.
सेना, पुलिस या सुरक्षा बल मे नौकरी, अग्नि शमन अधिकारी, विस्फोट विशेषज्ञ व आपदा प्रबन्धक हर प्रकार के पुनर्वास कार्यौं से जुड़े व्यवसाय इस नक्षत्र के अधिकार क्षेत्र में आते हैं. अग्नि से जीविका चलाने वाले जैसे सुनार, लोहार, हलवाई, वैल्डिंग, बेकरी, ढलाई का काम तथा हवन पूजन आदि कार्य कृतिका नक्षत्र में आते हैं.
कृतिका नक्षत्र आध्यात्मिक गुरु है जो व्यक्तित्व निखारने, आत्म विश्वास बढा़ने आदि के साथ – साथ तन व मन की शुद्धि भी कराता है. वे जातक जो ध्यान, योग व समाधि द्वारा अपनी आजीविका चलाते हैं कृतिका नक्षत्र के अंतर्गत आते हैं.
कृतिका नक्षत्र के अंतर्गत वे सभी व्यापार तथा व्यवसाय आते हैं जिनमे आग या तेज़धार वाले औजारों का उपयोग होता है. निशानेबाजी व तीरंदाजी, नाई या रुप सज्जा करने वाले व्यवसायी, सिलाई-कढा़ई का काम करने वाले जातक, रंगाई का काम करने वाले आदि सभी इस नक्षत्र के अधीन आते हैं.
खदान का कार्य करने वाले, उत्खनन कार्य से जुडे़ श्रमिक व अधिकारी, ईंट का भट्टा लगाने वाले, कुम्हार, खाना बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जैसे स्टोव, गैस चूल्हा आदि, सभी प्रकार के मशीनी उपकरण बनाने वाले कार्य इस नक्षत्र के अंतर्गत आते हैं.
काँच उद्योग, कर्मकाण्डी लोग, मंत्रों के जानकार, धन का व्यवसाय करने वाले व्यक्ति, नोट छापने वाले अधिकारी, बर्तनों का व्यवसाय करने वाले व्यक्ति, चार्टर्ड एकाउन्टेट, आयकर, बिक्रीकर, सम्पत्तिकर वाले, बजट से संबंधित लोग, पंचांग बनाने वाले व्यक्ति, सलाना डायरी व कैलेण्डर छापने वाले व्यक्ति सभी कृतिका नक्षत्र के अधिकार क्षेत्र में आते हैं.