गरुड़ पुराण – चौदहवाँ अध्याय

यमलोक एवं यमसभा का वर्णन, चित्रगुप्त आदि के भवनों का परिचय, धर्मराज नगर के चार द्वार, पुण्यात्माओं का धर्म सभा

Continue reading

गरुड़ पुराण – बारहवाँ अध्याय

एकादशाहकृत्य-निरुपण, मृत-शय्यादान, गोदान, घटदान, अष्टमहादान, वृषोत्सर्ग, मध्यमषोडशी, उत्तमषोडशी एवं नारायणबलि   गरुड़ उवाच गरुड़जी ने कहा – हे सुरेश्वर !

Continue reading

error: Content is protected !!