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अष्टकवर्ग से राजयोग की गणना

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जन्म कुण्डली में अष्टकवर्ग बहुत महत्व रखता है. इसमें दिए बिन्दुओं द्वारा बहुत सी बातों का विश्लेषण किया जा सकता है कि जीवन का कौन सा भाग शुभ फल देने वाला होगा और कौन सा भाग अशुभ फल देने वाला होगा. इसके अतिरिक्त अष्टकवर्ग द्वारा व्यक्ति विशेष की जन्म कुंडली में राजयोग भी देखे जा सकते है और वह सभी राजयोग निम्नलिखित हैं :-  

 

 

उपरोक्त राजयोगों के अलावा हम अपने पाठकगणों को सर्वाष्टकवर्ग में दिए गए कुल बिन्दुओ के फल के बारे में भी बताने का प्रयास कर रहे हैं जो निम्नलिखित हैं :-

 

बिन्दु परिणाम – Results From Bindu(Point) in Astrology

14 बिन्दु  – कष्टकारी और मृत्युभय देने वाले

15 बिन्दु – सरकार से भय रहने की संभावना बनती है

16 बिन्दु – दुर्भाग्य

17 बिन्दु – बीमारी अथवा स्थान की हानि

18 बिन्दु – धन हानि

19 बिन्दु – सगे संबंधियों से लड़ाई-झगडे की संभावना

20 बिन्दु – व्यय अधिक होगा और जातक कुकर्मो में लिप्त रहेगा

21 बिन्दु – बीमारी अथवा धन की हानि

22 बिन्दु – स्मरण व विवेक शक्ति की हानि, कमजोरी व सगे संबंधियो से परेशानी

23 बिन्दु – मानसिक चिन्ताएँ, कष्ट और हानि

24 बिन्दु – अचानक हानि अथवा अतिव्ययता से धनहानि

25 बिन्दु – दुर्भाग्य

26 बिन्दु – परेशानियाँ, शिथिलता, स्वभाव में अस्थिरता

27 बिन्दु – व्यय अधिक, व्याकुलता, अस्पष्ट विचार और दुविधाजनक मस्तिष्क

28 बिन्दु – धन लाभ लेकिन संतोषजनक नही

29 बिन्दु – व्यक्ति सम्मान पाता है.

30 बिन्दु – यश, कीर्ति व सम्मान मिले

31 से 33 बिन्दु – प्रयास अच्छे व मान-सम्मान की प्राप्ति

34 से 40 बिन्दु – व्यक्ति सभी प्रकार की भौतिक सुख-समृद्धि पाता है

41 बिन्दु – उत्तम धन संपत्ति और अन्य कई स्तोत्रो से आय

42 बिन्दु – भौतिक सुख, धार्मिक, धनवान, प्रेम व सम्मान की जातक को प्राप्ति हो

43 बिन्दु – धन संपत्ति और खुशी मिलें

44 – 45 बिन्दु – एक से अधिक स्तोत्रो से धनलाभ, मान – सम्मान

46 – 47 बिन्दु –  व्यक्ति सभी गुणो तथा सुखो से युक्त, पवित्र व श्रेष्ठ कार्य करे

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